
ब्यूरो : 2022 के विधानसभा चुनाव में शीतल अंगुराल आम आदमी पार्टी के टिकट पर जालंधर पश्चिम से जीतकर विधायक बने थे, लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को वे भाजपा में शामिल हो गए।
जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को उपचुनाव होगा। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हुई थी। अंगुराल आप के टिकट पर इस सीट से चुनाव जीते थे, लेकिन लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले वे भाजपा में शामिल हो गए और इस्तीफा दे दिया।
मतदान के बाद अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया, लेकिन उससे पहले विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया। विधानसभा सचिव की ओर से इस संबंध में पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी को अधिसूचना की प्रति भी भेजी गई थी, जिसमें जालंधर पश्चिम-34 सीट को 30 मई 2024 से रिक्त दर्शाया गया था। इस्तीफा वापस लेने से पहले अंगुराल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से मोदी परिवार का टैग हटा दिया था, जिसके चलते उनके आप में वापसी के कयास लगने लगे थे। अंगुराल ने कहा कि वह इस्तीफा स्वीकार करने के फैसले को चुनौती देंगे। इसके लिए वह जल्द ही पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। लेकिन अब चुनाव आयोग ने विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है।